।।जय माता दी।।
किसी जातक के हाथ में अगर शुक्र पर्वत साफ़ सुथरा और उन्नत हो, शुक्र पर्वत पे किसी तरह के निशान और चोट के निशान न हो तो विदेश योग बनता है।
किसी जातक के माध्यम अंगुली और अंगूठा लंबा, निर्दोष और साफ सुथरी हो, मध्यमा अंगुली और अंगूठे पे कोई चोट का निशान न हो तो जातक के प्रेम विवाह के योग बनते है।
किसी जातक के जीवन रेखा अगर स्पष्ठ और निर्दोष हो और साथ में कोई चोट का निशान न हो जीवन रेखा पे तो जातक के प्रेम विवाह के योग बनते है।
किसी जातक के हाथों में जीवन रेखा और भाग्य रेखा का सम्बन्ध हो और साथ में भाग्य रेखा लंबी, निर्दोष और चोट रहित हो तो जातक के बहुत ही अच्छे विवाह योग्य बनते है।
अगर किसी जातक के ऊपर लिखे चारो योग हो तो जातक के प्रेम विवाह को कोई भी नहीं रोक सकता है और साथ में ग्रहस्थ जीवन भी बहुत अच्छा रहता है।
।।जय माता दी।।
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