।।जय माता दी।।
1. कनिष्ठा अंगुली छोटी हो।
2. सभी अंगुलियो के पहले पोर छोटे हो।
जिन जातको के हाथ में ऐसा योग होता है तो ऐसे जातको से प्रेत पीड़ा से लगातार या समय समय परेशानिया बनी रहेगी।
ऐसे जातक कुछ दिन एक दम सही और कुछ दिन परेशानिया बहुत ज्यादा बड़ी हुयी रहती है।
जातक चाह कर भी अपने व्यहवार को नहीं बदल पाता और अपने व्यहवार की वजह से शर्मिंदा होना पढता है।
।।जय माता दी।।
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